मेरा यह बलोग उन लोगों को समर्पित है जो किसी प्रभावशाली, दौलतमन्द की लाठी से हांकी गई भैंस की
चपेट में आ कर घायल हो गए,ज़ख़्मी हो गए।
Thursday, October 18, 2012
ममता
एक ममता ने पत्थर बन, अपनी नवजात बेटी को, किसी पत्थर पर छोड़ दिया, न जाने क्यों, अपने लगाव का गला घोंट कर-- और एक मां ने जब उसके फूल से बदन पर, पत्थर से जख़्म देखे तो रो पड़ी- अब उस मां की जिन्दगी के आगंन में, हर रोज खिलता है, वो फूल सदाबहार फूल की तरहा-- ************************
No comments:
Post a Comment