मेरा यह बलोग उन लोगों को समर्पित है जो किसी प्रभावशाली, दौलतमन्द की लाठी से हांकी गई भैंस की
चपेट में आ कर घायल हो गए,ज़ख़्मी हो गए।
Sunday, May 31, 2015
कभी तो...
कभी तो जिन्दगी, सीधे रास्ते पर चलेगी. ये गम की रात है, कभी तो दिन में ढलेगी. भले पत्थरीला है रास्ता, मंजिल का ए दोस्त, आहिस्ता ही सही, कभी तो अपनी बनेगी.....
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