मेरा यह बलोग उन लोगों को समर्पित है जो किसी प्रभावशाली, दौलतमन्द की लाठी से हांकी गई भैंस की
चपेट में आ कर घायल हो गए,ज़ख़्मी हो गए।
Monday, November 3, 2014
ये सफ़र है जिन्दगी का
सफ़र के बाद जब मैं अपने घर सुरक्षित पहुंच जाता हूं तो भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं "कि मुझे तो बस बचाने वाला तो तूं ही है" वरना तो सड़क के चप्पे-चप्पे पे मौत खड़ी इन्तज़ार करती रहती है हर पल..... ************************
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